भावना उकती करपी नामाक भावनाम म्हणटात. भावनामां जातनाम, विशेशण वा क्रियापद वापरून तयार करूं येतात.
विशेशण – adjective | भावनाम – abstract noun |
अपुरबायेचें | अपुरबाय |
आंबट | आंबसाण |
आळशी | आळस/आळसाय |
ऊंच | उंचाय |
ओलें | ओलसाण |
कलावंत | कला |
कश्टी | कश्ट |
काळें | काळसाण |
कोडू | कोडसाण |
खरें | खरेपण |
खार | खारसाण |
खुशाल | खुशालकाय |
खोल | खोलाय |
गरजू | गरज |
गरम | गरमी |
गरीब | गरिबी |
गिरेस्त | गिरेस्तकाय |
गूण | गुणी |
गोड | गोडसाण |
घट | घटसाण |
घातकी | घात |
चकचकीत | चकचक |
जड | जडसाण |
जागृत | जागृताय |
जाणटो | जाणटेपण |
जिद्दी | जिद्द |
जैतीवंत | जैत |
तीख | तिखसाण |
तेजिश्ट | तेज |
थंड | थंडाय |
दयाळू | दया |
दुख्खी | दुख्ख |
दुबावी | दुबाव |
धर्मीक | धर्म |
धाडशी | धाडस |
नमळ | नमळाय |
नाजूक | नाजूकसाण |
निवळ | निवळसाण |
नीट | निटाय |
नेणटो | नेणटेपण |
पातकी | पातक |
पिडेस्त | पिडा |
पिरंगणें | पिरंगण |
पिशें | पिशेपण |
प्रतिभावंत | प्रतिभा |
प्रामाणीक | प्रामाणीकपण |
फटकिरें | फट |
बरें | बरेपण |
बळिश्ट | बळ |
बुदवंत | बुदवंतकाय |
भव्य | भव्यताय |
भावार्थी | भावार्थ |
भिरांकूळ | भिरांत |
भुरगें | भुरगेपण |
भोवमानेस्त | भोवमान |
मजेशीर | मजा |
मानसीक | मन |
मनीस | मनीसपण |
मस्तें | मस्तेपण |
मायेस्त | माया |
मेकळें | मेकळेपण |
मोगाळ | मोग |
मोटो | मोटेपण |
मोलादीक | मोल |
मोव | मोवसाण |
म्हातारो | म्हातारपण |
म्हेळें | म्हेळसाण |
रडकुरें | रड |
रागिश्ट | राग |
रुंद | रुंदाय |
रुचीक | रूच |
रुपेस्त | रूप |
लखलखीत | लखलख |
लजेस्त | लज |
लांब | लांबाय |
ल्हान | ल्हानपण |
ल्हान | ल्हानविकाय |
वायट | वायटपण |
विस्वासू | विस्वास |
वेगळें | वेगळेपण |
व्हड | व्हडपण |
व्हड | व्हडविकाय |
शक्तिमान | शक्त |
शाणें | शाणपण |
शिटूक | शिटूकसाण |
शिरवंत | शिरवंतकाय |
संस्कृतीक | संस्कृताय |
समंजस | समंजसपण |
सळसळीत | सळसळ |
सादूर | सादूरताय |
सादें | सादेपण |
सुरबूस | सुरबूससाण |
सुवार्थी | सुवार्थ |
सुखी | सूख |
सैमीक | सैम |
सोंपें | सोंपेपण |
सोबीत | सोबीतकाय |
स्वतंत्र | स्वतंत्रताय |
हुशार | हुशारकाय |
हून | हुनसाण |
Contributed by Aruna Patnekar